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Suitable time to practice yoga

Suitable time to practice yoga

You   need  twenty   to  forty  minutes, which  you  can    also divide    throughout  the  day  as needed.    The     practice          you    practice for  twenty  to  forty  minutes will be the best  use  of time,  because the achievement  you  will achieve as a   boost  to  happiness  and  efficiency  is not  possible  through  any    other  physical  work.   You      can   practice yoga    before  eating.   If  this is   not     possible, you can  do  it  only at least  one  hundred and  eighty  minutes  after    eating.   You may   be  interested  in the   knowledge   that  many of our  businessmen   do some  yoga  activities  to  regain  strength  and    refresh in the middle of the working hours during the day.   (b) if so After practicing yoga for a  week,  you will become accustomed to yourself. You will have a great experience of the strength and inspiration that yoga brings.

 

To emphasize that yoga can be practiced several times a day, I would like to tell you that you will begin to feel that as yoga you have a wonderful weapon to deal with fatigue and lethargy of mind. Yoga is also beneficial for a housewife who gets tired of household chores and experiences mental stress and relaxation. Yoga is equally beneficial for the trader and the trader who returns home at night. Instead of lying on a chair or taking a nap, if you practice yoga for twenty minutes, you will feel as if magic has removed your mental stress and removes physical dysfunction. It is important to mention here that yoga is a method of physical exercise that provides relief to the mind as well. In other words, you will feel that yoga reaches not only physical but also mental relief through actions.



 

 

 

 


 

योगाभ्यास का उपयुक्त समय

आपको बीस से चालीस मिनट तक समय चाहिये, जिसे आप दिन भर मे आवश्यकतानुसार विभाजित भी कर सकते हैं। बीस से चालीस मिनट तक आप जो योगाभ्यास करेंगे वह समय का सर्वोत्तम उपयोग होगा, क्योंकि उससे प्रसन्नता और कार्य दक्षता में वृद्धि के रूप में जितनी उपलब्धि आपको होगी वह किसी भी अन्य शारीरिक श्रम से संभव नहीं है। आप भोजन करने के पूर्व योगाभ्यास कर सकते हैं। यदि ऐसा सम्भव न हो तो भोजन करने के कम-से-कम एक सौ अस्सी मिनट बाद ही इसे कर सकते हैं। आपको संभवतः इस जानकारी में दिलचस्पी होगी कि हमारे अनेक व्यापारी एवं पेशेवर लोग,  दिन में काम के घण्टों के बीच – मध्यान्तर में फिर से शक्ति प्राप्त करने और ताजगी लाने के हेतु योग की कुछ क्रियाएँ करते हैं। । एक सप्ताह तक योगाभ्यास करने के बाद आप स्वयं अभ्यस्त हो जायेंगे। योगाभ्यास से जो शक्ति और स्फूर्ति प्राप्त होती है उसका महान् अनुभव आपको होगा।



 

इस बात पर जोर देने के लिये कि योगाभ्यास दिन में कई बार किया जा सकता है, मैं आपसे कहना चाहूंगा कि आप यह अनुभव करने लगेंगे कि योग के रूप में आपके पास थकान और मन की सुस्ती से भिड़ने के लिये एक आश्चर्यजनक अस्त्र है। एक गृहिणी के लिए भी योगाभ्यास लाभदायक है, जो घर के काम-काज से थक जाती है और मानसिक तनाव तथा शिथिलता का अनुभव करती है। योगाभ्यास एवं व्यापारी के लिए भी उतना ही लाभप्रद है, जो दिन भर का थकामांदा रात को घर लौटता है। कुर्सी पर पड़े रहने अथवा झपकी लेने के बजाय यदि आप बीस मिनट तक योगाभ्यास करें तो यह अनुभव करेंगे कि मानो जादू से आपका मान सिक तनाव दूर हो गया और शारीरिक शिथिलता मिट गयी। यहाँ यह बता देना जरूरी है कि योग ही शारीरिक व्यायाम की एक ऐसी पद्धति है, जिसके साथ-साथ मन को भी आराम मिलता है। दूसरे शब्दों में, आप अनुभव करेंगे कि आपको योग को क्रियाओं द्वारा केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक आरम भी पहुं चता है।

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